फ़िक़ही पहेलियां क़िस्त 62
जनाज़ा की पहेलियां 4
1️⃣0️⃣ सवाल----- कहां मुर्दा दफ़न करना हराम है,
1️⃣0️⃣ जवाब----- मालिक की इजाज़त के बग़ैर उसकी ज़मीन में मुर्दा दफ़न करना हराम है,
📚फ़तावा रज़वियह जिल्द 4, सफ़ह 15)
जगह होते हुए पुरानी क़ब्र में दफ़न करना हराम है,
📚 फ़तावा रज़वियह जिल्द 4 सफ़ह 104)
और मस्जिद तामीर होने के बाद सहने मस्जिद में भी मुर्दा को दफ़न करना हराम है,
📚 फ़तावा रज़वियह जिल्द 4 सफ़ह 114)
1️⃣1️⃣ सवाल----- किस सूरत में मुर्दा को दफ़न करना हराम है,
1️⃣1️⃣ जवाब----- नमाज़े जनाज़ा पढ़े बग़ैर मुर्दा को दफ़न करना हराम है इसलिए के नमाज़े जनाज़ा फ़र्ज़ है और फ़र्ज़ का तर्क (छोड़ना) हराम है,
📗 अजाइबुल फ़िक़ह सफ़ह 169)
1️⃣2️⃣ सवाल----- वह कौनसे मुसलमान मुर्दे हैं जो ज़मीन में दफ़न नहीं किए जाते,
1️⃣2️⃣ जवाब----- जो मुसलमान के समन्दर में बहरी जहाज़ या कश्ती पर मर जाते हैं और साहिल दूर होता है तो ऐसे मुसलमान मुर्दे ज़मीन में दफ़न नहीं किए जाते बलके पानी में डाल दिए जाते हैं,
📚 फ़तावा रज़वियह जिल्द 1 मतबुआ मिस्र सफ़ह 149)
1️⃣3️⃣ सवाल----- वह कौन सा मुर्दा है के क़ब्र में उसकी पीठ क़िब्ला की तरफ़ की जाएगी,
1️⃣3️⃣ जवाब----- जो काफ़िरा जिम्मिया मुसलमान से हामिला (गर्भवती) है अगर बच्चा में जान पड़ने के बाद मर गई और बच्चा भी पेट में हरकत नहीं कर रहा है तो उस औरत को मुस्लिम कब्रिस्तान से अलैहदा दफ़न किया जाएगा और उसकी पीठ क़िब्ला की तरफ़ की जाएगी,
📚 दुर्रे मुख़्तार मअ् शामी जिल्द 1 सफ़ह 577)
📗 अजाइबुल फ़िक़ह सफ़ह 169---170)
Next........
🌹 तालिबे दुआ 🤲👇
हज़रत मुफ़्ती मुहम्मद ज़ुल्फ़ुक़ार ख़ान नईमी साहब क़िब्ला व हज़रत मुफ़्ती मुहम्मद क़ासिम रज़ा नईमी साहब क़िब्ला और ग़ुलामे ताजुश्शरिअह अब्दुल्लाह रज़वी क़ादरी, मुरादाबाद यूपी इंडिया,
No comments:
Post a Comment